क्या किसी पार्टी की क़रारी हार का आत्ममंथन धड़ाधड़ इस्तीफ़ों के रूप में हो सकता है? जवाब होगा, 'नहीं', बल्कि पार्टी को हार की हताशा को भुलाकर पूरी ताक़त के साथ आगे के चुनावों की तैयारियों में जुट जाना चाहिए। लेकिन देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में यही हो रहा है। लोकसभा चुनाव में मिली क़रारी हार के बाद पार्टी के अध्यक्ष पद से राहुल गाँधी ने इस्तीफ़ा दिया तो उसके बाद इस्तीफ़ों की झड़ी लग गयी। एकदम ताज़ा घटनाक्रम में शुक्रवार को पार्टी के 120 पदाधिकारियों ने इस्तीफ़ा दे दिया। अब सवाल यह खड़ा होता है कि क्या धड़ाधड़ इस्तीफ़े देने से कांग्रेस बीजेपी जैसी मज़बूत सांगठनिक क्षमता वाली पार्टी के सामने खड़ी हो पाएगी?
आत्ममंथन, एकजुटता के बजाय कांग्रेस में इस्तीफ़े देने की होड़
- देश
- |
- 29 Jun, 2019
लोकसभा चुनाव में मिली क़रारी हार के बाद पार्टी के अध्यक्ष पद से राहुल गाँधी ने इस्तीफ़ा दिया तो उसके बाद इस्तीफ़ों की झड़ी लग गयी।
