रेलवे ने कहा है कि इसने एक मई से अब तक 60 लाख प्रवासी मज़दूरों को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से उनके घर पहुँचाया है और इन पर आए संचालन ख़र्च का 15 फ़ीसदी ही उसे वापस मिला है।