क्या 'लव जिहाद' पर जैसा रूख उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अपना रही है उससे केंद्र का रूख अलग है? रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सुनेंगे तो शायद यह अंतर नहीं लगेगा। उन्होंने कहा है कि वह शादी के लिए धर्मांतरण के पक्षधर नहीं हैं और सामूहिक धर्मांतरण को रोका जाना चाहिए। रक्षा मंत्री का यह बयान तब आया है जब उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के ग़ैरक़ानूनी धर्मांतरण के तहत की गई कार्रवाइयों पर सवाल उठ रहे हैं। एक दिन पहले ही 104 रिटायर्ड आईएएस अफ़सरों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिख कर कहा है कि "राज्य नफ़रत, विभाजन और कट्टरता की राजनीति का केंद्र बन गया है।" चिट्ठी लिखने वालों में पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, पूर्व विदेश सचिव निरुपमा राव और प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार टी. के. ए. नैयर जैसे लोग भी शामिल हैं।
शादी के लिए धर्मांतरण के ख़िलाफ़ क्यों हैं राजनाथ सिंह?
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- 30 Dec, 2020
क्या 'लव जिहाद' पर जैसा रूख उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अपना रही है और दूसरे राज्यों में बीजेपी सरकारें अपना रही है उससे केंद्र का रूख अलग है? रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सुनेंगे तो शायद यह अंतर नहीं लगेगा।

उत्तर प्रदेश के बाद मध्य प्रदेश में भी एक दिन पहले ही ग़ैरक़ानूनी धर्मांतरण का अध्यादेश लाया गया है। बीजेपी शासित कई राज्यों में ऐसे ही क़ानून लाए जाने की तैयारी चल रही है। इसी बीच 'एएनआई' से एक साक्षात्कार में राजनाथ सिंह ने धर्मांतरण पर अपने विचार रखे।