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शिक्षित परिवारों में तलाक़ के मामले ज़्यादा: भागवत, सोनम बोलीं - मूर्खतापूर्ण बयान

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के तलाक़ वाले बयान पर फ़िल्म अभिनेत्री सोनम कपूर ने तीख़ी प्रतिक्रिया दी है। भागवत ने कहा था, ‘इन दिनों तलाक़ के मामले बहुत ज़्यादा बढ़ गये हैं। लोग छोटी-छोटी बातों पर लड़ते हैं। पढ़े-लिखे और समृद्ध परिवारों में तलाक़ के मामले ज़्यादा सामने आ रहे हैं क्योंकि पढ़ाई और संपन्नता से अहंकार आता है और इस वजह से परिवार टूट रहे हैं।’ संघ प्रमुख ने कहा था कि इससे समाज भी टूटता है क्योंकि समाज भी एक परिवार ही है। भागवत अहमदाबाद में संघ के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। 

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सोनम ने संघ प्रमुख के इस बयान को बेहद पुरानी सोच वाला बताया है। सोनम ने ट्विटर पर कहा, ‘कौन समझदार इंसान इस तरह की बात करता है। यह बयान पुरातनपंथी और मूर्खतापूर्ण है।’ 

‘हिंदू समाज का विकल्प नहीं’

भागवत ने संघ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में हिंदू समाज का कोई विकल्प नहीं है और हिंदू समाज के पास भी कोई विकल्प नहीं है लेकिन उन्हें एक परिवार की तरह व्यवहार करना चाहिए। भागवत ने आगे कहा, ‘समाज की यह स्थिति इसलिये है क्योंकि यहां पिछले 2 हज़ार साल के तौर-तरीक़े चले आ रहे हैं। हमारे यहां महिलाएं घरों तक ही सीमित थीं लेकिन 2 हज़ार साल पहले ऐसा नहीं था। वह हमारे समाज का स्वर्णिम काल था।’ संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों से कहा कि वे अपने घर के सदस्यों को भी संघ की गतिविधियों के बारे में बतायें। भागवत ने यह भी कहा कि हिंदू समाज को धार्मिक और संगठित होना चाहिए। 

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पिछले साल जब ‘राष्ट्रवाद’ को लेकर बहस छिड़ी थी तब मोहन भागवत ने कहा था कि भारत का ‘राष्ट्रवाद’ हिटलर के ‘राष्ट्रवाद’ से अलग है। भागवत ने कहा था, ‘राष्ट्रवाद लोगों को डराता है क्योंकि वे तुरंत इसे हिटलर और मुसोलिनी के साथ जोड़ते हैं। लेकिन भारत में राष्ट्रवाद वैसा नहीं है, क्योंकि यह राष्ट्र अपनी साझा संस्कृति के आधार पर बना है।’ 

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क़मर वहीद नक़वी
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