सबरीमला विवाद ने अब हिंसक रूप ले लिया है। केरल के इस मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का समर्थन करने वाले स्वामी संदीपनानंद गिरि के आश्रम पर शुक्रवार की रात हमला कर दिया गया। इससे यह साफ़ हो गया कि मंदिर में माहवारी की उम्र की महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रहे लोग किस पर निशाना साध रहे हैं।
आश्रम को आधी रात आग लगा दी गई। दो गाड़ियाँ और एक स्कूटर जल कर राख हो गए। आगजनी की वारदात बताती है कि विरोध अब उग्र तत्वों के हाथों में जा चुका है और वे किसी को बख़्शना नहीं चाहते।
संदीपानंद गिरि स्कूल ऑफ़ भगवदगीता के निदेशक हैं और हमला उनके आश्रम पर हुआ। उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का समर्थन किया था। उन्होंने हमले के पीछे भारतीय जनता पार्टी की केरल इकाई के अध्ययक्ष श्रीधरन पिल्लै, मंदिर का पूजा-पाठ देखने वाले तारणम तंत्री परिवार और मंदिर से जुड़े पंडालम राज परिवार का हाथ बताया है।
सबरीमला में महिलाओं का विरोध हिंसक तत्वों के हाथों में
- देश
- |
- 27 Nov, 2018
स्कूल ऑफ़ भगवद्गीता के निदेशक के आश्रम पर हमले और आगजनी से साफ़ है कि सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का विरोध अब हिंसक तत्वों के हाथों में पहुँच चुका है।
