प्रधानमंत्री मोदी ने हाल में कहा कि हिंदू कभी आतंकवादी हो ही नहीं सकता और हिंदुओं को आतंकवाद से जोड़कर उनको बदनाम करने का काम कांग्रेस ने किया है। उनका यह बयान हाल में समझौता ब्लास्ट में आए फ़ैसले से प्रेरित लगता है जिसमें असीमानंद और दूसरे अभियुक्त NIA द्वारा जानबूझकर छुपाए गए सबूतों के कारण बरी हो गए थे। मोदी इस बात को छिपा गए कि धर्म के नाम पर नफ़रत किसी को भी आतंकवादी बना सकती है चाहे वह हिंदू हो, मुस्लिम हो या ईसाई। औरों की छोड़ भी दें तो नाथूराम गोडसे का नाम कोई कैसे भूल सकता है जिसने गाँधीजी की इसीलिए हत्या की थी कि (उसके हिसाब से) उन्होंने हिंदुओं के साथ अन्याय किया था।