सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को हेट स्पीच के मामलों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने में अधिकारियों की विफलता पर फिर से चिंता जताई। अदालत ने कहा कि हर रोज टीवी और सार्वजनिक मंचों पर नफ़रत फैलाने वाले बयान दिए जा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा, 'क्या ऐसे लोग खुद पर नियंत्रण नहीं कर सकते? जिस दिन राजनीति और धर्म अलग हो जाएंगे, नेता राजनीति में धर्म का उपयोग करना बंद कर देंगे, उसी दिन नफरत फैलाने वाले भाषण भी बंद हो जाएंगे।'