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शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का निधन

द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का रविवार 11 सितंबर को मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में देहावसान हो गया। वो 99 साल के थे। अभी आ रही शुरुआती खबरों में बताया गया कि उन्हें आश्रम में हार्टअटैक का मामूली झटका आया। करीब 3ः50 बजे उन्होंने हमेशा के लिए आंखें बंद कर लीं। उनका अंतिम संस्कार सोमवार 12 सितंबर को होगा।

Shankaracharya Swaroopanand Saraswati passed away - Satya Hindi
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद का यह फोटो उनके निधन के समय का है।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें नरसिंहपुर आश्रम में ही समाधि दी जाएगी। कुछ दिन पहले उन्होंने अपना 99वां जन्मदिन मनाया था। पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह उनके दीक्षांत शिष्य हैं।

स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के बाद स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जेल भी गए थे। उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए लंबी कानूनी लड़ाई भी लड़ी। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शंकराचार्य के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि उनके अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उनके निधन पर शोक जताया है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट में लिखा, 'जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के महाप्रयाण का समाचार सुनकर मन बहुत दुखी हुआ। स्वामीजी ने अपना पूरा जीवन धर्म, आध्यात्मिकता और दान के लिए समर्पित कर दिया। वर्ष 2021 में प्रयागराज में गंगा। उनका आशीर्वाद लेने के बाद, मुझे उनके साथ देश और धर्म की उदारता और सद्भावना पर चर्चा करने का मौका मिला। 
गृहमंत्री अमित शाह ने भी शंकराचार्य के निधन पर गहरा शोक जताया है। अमित शाह ने कहा कि स्वामी स्वारूपानंद सरस्वती ने पूरा जीवन सनातम धर्म को समर्पित किया।
भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन पर शोक जताया है। राहुल ने लिखा है कि उन्होंने हमेशा धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने का रास्ता दिखाया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे।

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क़मर वहीद नक़वी
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