सामना के अनुसार, बीजेपी ने नागरिकता संशोधन क़ानून यानी सीएए और दिल्ली में शाहीन बाग़ प्रदर्शन को सिर्फ़ मुसलिम का प्रदर्शन बताया और अपने चुनाव कैंपेन को इसी के इर्द-गिर्द रखा। इसने यह भी लिखा है कि मतदाता ध्रुवीकरण के इस झाँसे में नहीं आए और केजरीवाल के पक्ष में मतदान किया।