आरोपी आफताब
न्यूज एजेंसी एएनआई ने पुलिस सूत्रों के मुताबिक कहा है कि पड़ोसियों ने बताया- आरोपी रोजाना फ्लैट की पानी की टंकी की जांच करता था। वो ये देखने आता था कि कहीं पानी खत्म तो नहीं हो गया है। आफताब के ऊपर की मंजिल पर रहने वाले दो पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी थी कि आफताब को छोड़कर सभी मंजिलों का पानी का बिल शून्य आता है। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि उसके फ्लैट पर 300 रुपये का पानी का बिल बकाया है। इसलिए पुलिस का शक पुख्ता है।
श्रद्धा की हत्या 18 मई को हुई थी। आफताब ने पुलिस को बताया था कि हत्या से पहले दोनों के बीच घर का सामान बदलने को लेकर झगड़ा हुआ था। उसी दौरान आफताब ने कथित तौर पर श्रद्धा की हत्या कर दी थी। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा कि 18 मई का झगड़ा पहली बार नहीं था, आफताब और श्रद्धा तीन साल से आपस में लड़ रहे थे। पुलिस को दोनों के ज्वाइंट खाते की बैंक स्टेटमेंट मिली, जिसमें श्रद्धा के नेट बैंकिंग अकाउंट ऐप से 54,000 रुपये का लेनदेन दिखाया गया था। सूत्रों ने कहा कि इस लेन-देन ने आफताब के उस झूठ का पर्दाफाश कर दिया जिसमें उसने पहले कहा था कि 22 मई के बाद वो श्रद्धा के संपर्क में नहीं था। सूत्रों ने कहा कि बैंक ट्रांजैक्शन का स्थान महरौली था और यह 26 मई को हुआ था।