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आरोपी सुचाना सेठ

सुचाना सेठ ने बेटे की हत्या तकिए या तौलिए से कीः पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट

सरकारी डॉक्टरों ने कहा है कि आर्टिफिशल इंटेलिजेंस स्टार्ट-अप की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुचाना सेठ ने कथित तौर पर गोवा के  होटल में चार साल के बेटे की हत्या में तौलिया या तकिये का इस्तेमाल किया होगा। यह घटना 6 से 8 जनवरी के बीच की लगती है। यानी टैक्सी में शव रखने से करीब 36 घंटे पहले उसकी हत्या की गई लगती है।

कर्नाटक में पोस्टमार्टम करने वाले सरकारी डॉक्टर डॉ. कुमार नाइक ने कहा, ''बच्चे की हत्या 36 घंटे से अधिक समय पहले की गई। उसका गला दबाया गया है या गला घोंटा गया है। वहां कोई घाव या संघर्ष के निशान नहीं हैं। इसमें तकिये या तौलिए का इस्तेमाल हो सकता है।” उन्होंने कहा कि शरीर के अंगों का अकड़ना यह दर्शाता है कि कथित हत्या कम से कम 36 घंटे पहले हुई थी।

सेठ को कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले से उस समय पकड़ा गया जब वह कथित तौर पर अपने बेटे के शव को एक बैग में भरकर कैब में भागने की कोशिश कर रही थी। इस घटना की पूरी कहानी आप मंगलवार 9 जनवरी को सत्य हिन्दी पर प्रकाशित रिपोर्ट में इस लाइन पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं।

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गोवा में, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने भी कहा कि बच्चे का गला दबाया गया था। उसने कहा- "शायद होटल के सर्विस अपार्टमेंट से तकिये का इस्तेमाल  करके। हत्या में किसी हथियार का इस्तेमाल नहीं किया गया।” पुलिस अधिकारी ने कहा कि "सुचाना सेठ ने बेटे की हत्या के बाद  कथित तौर पर कैंची से अपनी कलाई काटकर खुद को मारने की कोशिश की थी। खून के नमूने जमा कर लिए गए हैं और इसकी पुष्टि के लिए डीएनए परीक्षण किया जाएगा।”

पुलिस ने कहा कि जब वह कर्नाटक जा रही थी तो उन्होंने उसे फोन किया और उसके होटल के कमरे में सफाई कर्मचारियों द्वारा देखे गए खून के बारे में पूछा, उसने पहले दावा किया था कि ऐसा इसलिए था क्योंकि वह अपने मासिक धर्म के दौरान थी। पुलिस के मुताबिक “उसने कहा था कि वह सफाई के लिए पैसे दे देगी।” हालाँकि, पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में पाया गया कि तौलिये और फर्श पर खून के धब्बे उसे लगी चोटों के कारण थे।

पुलिस ने कहा कि सेठ ने 2010 में वेंकट रमन से शादी की और दंपति को 2019 में एक बेटा हुआ, जिसके बाद उनकी शादी में मतभेद पैदा हो गए। उनके पति के बयान के अनुसार, उनके बेटे के जन्म के तुरंत बाद, वह बच्चे के प्रति संवेदनशील हो गईं और उनके बीच अक्सर झगड़े होने लगे। इसके तुरंत बाद, कपल अलग हो गए और वे पिछले दो वर्षों से संपर्क में नहीं हैं। 

पुलिस अधिकारी के मुताबिक “उनकी तलाक की कार्यवाही चल रही थी। बेंगलुरु की एक पारिवारिक अदालत के हालिया आदेश में निर्देश दिया गया था कि पिता को हर रविवार को बच्चे की कस्टडी मिलनी चाहिए। पिछले पांच सप्ताह से उसने अपने बेटे को अपने पिता से मिलने नहीं दिया। हमारा मानना ​​है कि वो पिछले शनिवार को गोवा इसीलिए आई थी कि एक और सप्ताह गुजर जाए।”

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शुरुआती पूछताछ के दौरान महिला ने कहा था कि उसने अपने बेटे की हत्या नहीं की है। अधिकारी ने कहा, "उसने दावा किया कि उसका बेटा सो रहा था और उसे नहीं पता कि उसकी मौत कैसे हुई।" कैब ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि गोवा से बेंगलुरु तक की यात्रा के दौरान वह शांत थी। अधिकारी ने कहा, "जब उसने बताया कि उसका सूटकेस असामान्य रूप से भारी है, तो उसने कहा कि यह कपड़ों और अतिरिक्त सामान के कारण है।" उन्होंने कहा कि वह पहले भी अपने बेटे के साथ गोवा जा चुकी थी।

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क़मर वहीद नक़वी
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