भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने कहा है कि देश के कल्याण के लिए 'फ्रीबीज' यानी 'रेवड़ी बांटने' के मुद्दे पर बहस ज़रूरी है। सीजेआई रमना ने कहा कि एक राजनेता द्वारा 'फ्रीबी' के रूप में किए गए वादे और 'कल्याण योजना' के बीच अंतर करने की ज़रूरत है।