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पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात दो लोगों पर जासूसी का आरोप, भारत ने देश छोड़ने को कहा

पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात दो अधिकारियों के ख़िलाफ़ भारत ने रविवार रात को कार्रवाई की है। दोनों पर आरोप है कि ये भारत के ख़िलाफ़ जासूसी कर रहे थे। भारत ने दोनों अधिकारियों से 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने के लिए कहा है। 

‘इंडिया टुडे’ के मुताबिक़, ये दोनों शख़्स पाकिस्तानी उच्चायोग में बतौर वीजा अफ़सर काम करते थे। इनके नाम आबिद हुसैन और ताहिर ख़ान हैं और ये पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई के लिए भी काम करते हैं। एक तीसरे शख़्स को भी हिरासत में लिया गया है, इसका नाम जावेद हुसैन है। 

इन लोगों से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और दूसरी एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। 

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‘इंडिया टुडे’ के मुताबिक़, आबिद हुसैन और ताहिर ख़ान को रविवार को करोलबाग से हिरासत में लिया गया। इस दौरान ये दोनों लोग किसी व्यक्ति से भारतीय सुरक्षा से जुड़े कोई दस्तावेज़ हासिल कर रहे थे और रंगे हाथों पकड़े गये। 

‘इंडिया टुडे’ के मुताबिक़, ये दोनों उस व्यक्ति को इस दस्तावेज़ के बदले में 15 हज़ार रुपये नकद और आई फ़ोन दे रहे थे। जावेद हुसैन भी मौक़े पर ही था। शुरुआत में आबिद और ताहिर ने दावा किया कि वे भारतीय नागरिक हैं और फ़र्जी आधार कार्ड दिखाये लेकिन पूछताछ के दौरान उन्होंने सच उगल दिया। 

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42 साल का आबिद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शेखपुरा का जबकि 44 साल का ताहिर इस्लामाबाद का रहने वाला है। जावेद हुसैन पाकिस्तान के भक्कर में रहता है। 

अक्टूबर, 2016 में भी ऐसी ही घटना हुई थी। तब भी पाकिस्तानी उच्चायोग में काम करने वाले एक अधिकारी को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जासूसी के आरोप में पकड़ा था। 

अवांछित व्यक्ति घोषित 

भारत सरकार ने इन दोनों अधिकारियों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया है। भारत ने इस बारे में पाकिस्तानी उच्चायोग में मजबूत विरोध दर्ज कराया है और कहा है कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के ख़िलाफ़ इस तरह की गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पाकिस्तानी उच्चायोग से कहा गया है कि वह इस बात को सुनिश्चित करे कि उसके राजनयिक मिशन में लगे लोग ऐसे कामों में शामिल न हों। 

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क़मर वहीद नक़वी
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