उन्नाव रेप मामले की पीड़िता ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाक़ात के बाद कहा कि गुहार लगाने के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से उन्हें मिलने का मौका नहीं मिला। जानिए, राहुल गांधी के बारे में क्या कहा।
राहुल गांधी उन्नाव रेप पीड़िता से मिले।
उन्नाव बलात्कार मामले की पीड़िता और उनकी मां ने बुधवार शाम को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात की। यह मीटिंग सोनिया गांधी के 10 जनपथ आवास पर हुई, जो एक घंटे से ज्यादा चली। राहुल गांधी जर्मनी यात्रा से लौटने के एक दिन बाद ही पीड़िता से मिले। रिपोर्ट है कि राहुल ने परिवार को पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया है।
उन्नाव रेप पीड़िता ने राहुल-सोनिया से मुलाक़ात के बाद पत्रकारों से कहा, 'मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मिलने की गुहार लगाई, लेकिन मुझसे कोई नहीं मिला। वहीं, राहुल भैया का सामने से फोन आया और उन्होंने मुझे मिलने के लिए बुलाया। मैंने सोनिया गांधी जी और राहुल भैया से मुलाकात की, उन्होंने मुझे न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है। राहुल भैया ने मुझे कहा कि इस लड़ाई में वे मेरे साथ हैं।'
यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब सुबह पीड़िता की बुजुर्ग मां के साथ सीआरपीएफ जवानों ने बदसलूकी की। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार चलती बस से मां को धक्का देकर उतरने को मजबूर किया गया। पीड़िता और उनकी मां पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली हाईकोर्ट से मिली सशर्त जमानत के खिलाफ विरोध कर रही हैं। कोर्ट ने सेंगर की उम्रकैद की सजा निलंबित कर दी है, जब तक उनकी अपील पर फैसला नहीं होता।
पीड़िता ने हाईकोर्ट के फैसले को पूरी तरह चौंकाने वाला बताया है। उन्होंने कहा, 'हम सालों से अदालत के चक्कर काट रहे हैं और यही नतीजा? हमें सिर्फ न्याय चाहिए। हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।' मीटिंग में पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा जताया।
पीड़ित परिवार की राहुल गांधी से मुलाक़ात में तीन मुख्य मांगें थीं- सुप्रीम कोर्ट में सेंगर के खिलाफ लड़ने के लिए टॉप वकील, जान का खतरा होने से कांग्रेस शासित राज्य में जगह बदलना और महिला के पति को नौकरी। राहुल ने इस पर मदद करने का वादा किया।
दिन में हंगामा क्यों?
पीड़िता, उनकी मां और एक्टिविस्ट योगिता भयाना मंगलवार रात को इंडिया गेट पर विरोध कर रही थीं, जहां पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। बुधवार सुबह वे मंडी हाउस में मीडिया से बात करने जा रही थीं। सीआरपीएफ की बस में सवार थीं, लेकिन बस मंडी हाउस पर नहीं रुकी। सीआरपीएफ ने कहा कि विरोध की इजाजत नहीं थी। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार जब बस आगे निकल गई और पीड़िता की मां उतरना चाहीं तो जवानों ने कोहनी मारी और चलती बस से कूदने को कहा। वीडियो में मां बस के गेट पर खड़ी दिखीं और वह बस से कूद गईं। बस पीड़िता को लेकर आगे चली गई।
राहुल बोले- ये कैसा न्याय है?
राहुल गांधी ने पीड़िता को प्रदर्शन नहीं करने देने और उनके साथ किए जा रहे व्यवहार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पीड़िताओं के साथ अपराधियों सा व्यवहार, ये कैसा न्याय है?उन्होंने कहा, "क्या एक गैंगरेप पीड़िता के साथ ऐसा व्यवहार उचित है? क्या उसकी 'गलती' ये है कि वो न्याय के लिए अपनी आवाज़ उठाने की हिम्मत कर रही है? उसके अपराधी को ज़मानत मिलना बेहद निराशाजनक और शर्मनाक है - खासकर तब, जब पीड़िता को बार-बार प्रताड़ित किया जा रहा हो, और वो डर के साए में जी रही हो। बलात्कारियों को ज़मानत और पीड़िताओं के साथ अपराधियों सा व्यवहार - ये कैसा न्याय है? हम सिर्फ़ एक मृत अर्थव्यवस्था नहीं - ऐसी अमानवीय घटनाओं के साथ हम एक मृत समाज भी बनते जा रहे हैं। लोकतंत्र में असहमति की आवाज़ उठाना अधिकार है और उसे दबाना अपराध। पीड़िता को सम्मान, सुरक्षा और न्याय मिलना चाहिए - न कि बेबसी, भय और अन्याय।"
उन्नाव रेप केस पीड़िता की वेदना
2017 में उन्नाव में 17 साल की नाबालिग लड़की का अपहरण कर पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने बलात्कार किया था। मामला सामने आने पर सेंगर को पार्टी से निकाल दिया गया। 2019 में ट्रायल कोर्ट ने उन्हें नाबालिग से बलात्कार का दोषी ठहराया और उम्रकैद की सजा दी। पीड़िता के पिता को झूठे मामले में फंसाया गया और हिरासत में उनकी मौत हो गई, इसमें भी सेंगर साज़िश रचने के दोषी पाए गए। पिछले 8 सालों में परिवार को कई धमकियां और दुर्घटनाएं झेलनी पड़ीं।