योगी सरकार आवारा गायों की देखभाल के लिए आश्रय स्थल बनाने, उनके चारे पानी के लिए शराब की बिक्री पर 0.5 फ़ीसदी अतिरिक्त 'सेस' लगाएगी। इसके अलावा 0.5 प्रतिशत सेस टोल टैक्स और सरकारी कंपनियों के मुनाफ़े पर लगाया जाएगा। मंडी सेस पर लगने वाले शुल्क को भी एक से बढ़ाकर दो फ़ीसदी करने का फ़ैसला लिया गया है। शासकीय निगमों से होने वाली आय का जो हिस्सा कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के कार्यों पर खर्च होना है उसे भी गोवंश की देखभाल के लिए लगाया जा सकेगा। यूपी सरकार ने  'सेस' लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी दे है।