अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भले ही भारत की अर्थव्यवस्था को "डेड इकोनमी" (मृत अर्थव्यवस्था) करार दिया हो, लेकिन उनकी कंपनी, द ट्रंप ऑर्गनाइजेशन, भारत में जबरदस्त रियल एस्टेट कारोबार कर रही है। 2012 में भारत में शुरू हुए पहले प्रोजेक्ट से लेकर अब तक, ट्रंप ब्रांड का रियल एस्टेट प्रोजेक्ट लगभग चार गुना बढ़कर 1.1 करोड़ वर्ग फुट तक पहुंचने की उम्मीद है, जो पिछले साल तक विकसित 30 लाख वर्ग फुट से एक बड़ा उछाल है।
आक्रामक विस्तार और ब्रांड का पैसा
पिछले साल तक, ट्रंप ऑर्गनाइजेशन ने भारत में अपने प्रोजेक्ट्स से कम से कम 175 करोड़ रुपये की कमाई की थी। 2024 से, ट्रंप ब्रांड ने भारत में आक्रामक विस्तार शुरू किया है। ट्रंप ऑर्गनाइजेशन निर्माण में सीधे निवेश नहीं करता, बल्कि यह अपने ब्रांड का इस्तेमाल लाइसेंस शुल्क या विकास शुल्क के लिए करता है। यह आमतौर पर प्रोजेक्ट की बिक्री का 3-5% होता है। इन संपत्तियों की आमतौर पर लग्जरी प्रॉपर्टी के रूप में मार्केटिंग की जाती हैं, जिनमें ट्रंप के नाम की वजह से प्रीमियम कीमतें मिलती हैं।
पुणे में पहला वाणिज्यिक प्रोजेक्ट
इस साल मार्च में पुणे में ट्रंप ब्रांड के पहले वाणिज्यिक प्रोजेक्ट, ट्रंप वर्ल्ड सेंटर, की घोषणा की गई। इस प्रोजेक्ट में 16 लाख वर्ग फुट के क्षेत्र में दो 27 मंजिला टावर, एक लग्जरी रिटेल स्ट्रीट और भारत का पहला ट्रंप क्लब शामिल होगा। इसकी अनुमानित आय 2,500 करोड़ रुपये है। ट्रंप ऑर्गनाइजेशन के कार्यकारी उपाध्यक्ष एरिक ट्रंप ने पुणे लॉन्च के दौरान कहा, "भारत ने ट्रंप ब्रांड को उत्साह के साथ अपनाया है।"
2024 में 12 मिलियन डॉलर की कमाई
डोनाल्ड ट्रंप के फाइनेंस खुलासों के अनुसार, 2024 में ट्रंप ऑर्गनाइजेशन ने भारत से कम से कम 12 मिलियन डॉलर (लगभग 100 करोड़ रुपये) की कमाई की। इसमें से 10 मिलियन डॉलर मुकेश अंबानी की रिलायंस 4आईआर रियल्टी से विकास शुल्क के रूप में प्राप्त हुए, जबकि 2.2 मिलियन डॉलर गुरुग्राम, मुंबई और कोलकाता में परियोजनाओं के लिए लाइसेंस और रॉयल्टी शुल्क के रूप में मिले।
छह शहरों में विस्तार
ट्रंप ऑर्गनाइजेशन ने भारत में मुंबई, पुणे, गुड़गांव, कोलकाता, नोएडा, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे छह शहरों में अपनी परियोजनाओं का विस्तार किया है। इनमें से चार परियोजनाएं (मुंबई, पुणे, गुड़गांव और कोलकाता) पूरी हो चुकी हैं, जो लगभग 35 लाख वर्ग फुट को कवर करती हैं। छह नई परियोजनाएं, जो 80 लाख वर्ग फुट को कवर करेंगी, जल्द ही लॉन्च होने वाली हैं। इनमें नोएडा, हैदराबाद और बेंगलुरु में नए प्रोजेक्ट शामिल हैं, जिनमें एक गोल्फ कोर्स और विला प्रोजेक्ट भी है।
ट्रंप ऑर्गनाइजेशन भारत में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, लोढ़ा ग्रुप, एम3एम ग्रुप, पंचशील रियल्टी, आईआरए इन्फ्रा और यूनिमार्क जैसे बड़े कॉरपोरेट्स और स्थापित रियल एस्टेट कंपनियों के साथ साझेदारी कर रहा है। ट्रंप ऑर्गनाइजेशन के भारत में विशेष लाइसेंसधारी, ट्रिबेका डेवलपर्स के संस्थापक कल्पेश मेहता ने कहा कि भारत में ट्रंप ब्रांड की मांग बढ़ रही है, खासकर लग्जरी रियल एस्टेट सेगमेंट में।
हालांकि ट्रंप ने भारत की अर्थव्यवस्था पर विवादास्पद टिप्पणियां की हैं, उनकी कंपनी भारत में तेजी से विस्तार कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का दूसरा कार्यकाल भारत में उनके ब्रांड की मांग को और बढ़ा सकता है। लेकिन बदली परिस्थितियों में क्या भारत सरकार का समर्थन ट्रंप रियल एस्टेट कारोबार को मिलेगा, यह बड़ा सवाल है।