कहा जाता है कि अमेरिका से न दोस्ती भली, न दुश्मनी! पहले टैरिफ़ पर ट्रंप का बयान आता रहा। फिर भारत पाकिस्तान युद्धविराम को लेकर बार-बार दावे किए गए। और अब अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने कहा है कि भारत का ज़्यादातर सैन्य सामान रूस से ख़रीदना और ब्रिक्स का हिस्सा बनकर डॉलर को चुनौती देना अमेरिका को खटक गया। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब सब ठीक है और भारत व अमेरिका के बीच व्यापार समझौते के जल्द ही अंतिम रूप लेने की उम्मीद है। आख़िर यह सब कैसे हो रहा है? क्या भारत का हित प्रभावित हो रहा है या फिर लुटनिक का बयान भारत पर दबाव बनाने की कोशिश है?
रूस से हथियार खरीद, ब्रिक्स सदस्यता को लेकर भारत पर दबाव बना रहा अमेरिका?
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- 3 Jun, 2025
क्या अमेरिका भारत पर रूस से हथियार खरीद और ब्रिक्स की सदस्यता को लेकर दबाव बना रहा है? वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक के बयान ने भारत की संप्रभुता और स्वतंत्र विदेश नीति पर बहस छेड़ दी है। जानिए पूरा मामला।

इन सवालों के जवाब से पहले यह जान लें कि आख़िर अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने क्या कहा है। लुटनिक यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम के आठवें वार्षिक नेतृत्व शिखर सम्मेलन में भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौते पर चर्चा कर रहे थे।