‘मित्रों, एक रुपये के सिक्के का कमाल देखा आपने, मैंने रतन टाटा को फ़ोन लगाया और 1500 करोड़ का नैनो कार का प्लांट पश्चिम बंगाल के सिंगरुर से गुजरात के साणंद में आ गया।’ ‘मित्रों ये जो स्विस बैंकों में कालाधन पड़ा है, वह आ गया तो हर आदमी के खाते में कम से कम 15 लाख रुपये तो आ ही जाएँगे।’ ‘2 G, 3 G और जीजाजी, ‘मुझे तो माँ गंगा ने बुलाया है और फिर अच्छे दिन आएँगे...ये वे वादे हैं जो 2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगभग हर मंच पर और लगभग हर सभा में बोलते थे। लेकिन क्या वे नारे, वे वादे हवा हो गए?

2014 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कई वादे किए थे। सरकार को लगभग 5 साल पूरे हो चुके हैं, ऐसे में यह जवाब माँगा जा रहा है कि उन वादों का क्या हुआ।