अजीत पवार और उनके चाचा शरद पवार
केंद्रीय चुनाव आयोग ने अजीत गुट को वास्तविक एनसीपी के रूप में मान्यता दी। चुनाव आयोग ने अपने आदेश में अजीबोगरीब तर्क देते हुए कहा था- “अजीत पवार गुट को विधायकों के बहुमत का समर्थन प्राप्त है। इसीलिए अजीत पवार को एनसीपी के नाम और चुनाव चिह्न 'घड़ी' का इस्तेमाल करने का हक है।'' चुनाव आयोग ने शरद पवार गुट को पार्टी का नाम 'एनसीपी-शरदचंद्र पवार' आवंटित किया।