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राहुल के नाम संपत्ति करने वाली पुष्पा कौन हैं, गोल्ड जूलरी के साथ क्या शर्त है?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नाम संपत्ति की वसीयत करने वाली बुजुर्ग महिला रिटायर्ड टीचर हैं और पिछले 23 वर्षों से देहरादून के वृद्धावस्था आश्रम में रह रही हैं। 78 साल की पुष्पा मुंजियाल ने कल अपनी 50 लाख की प्रॉपर्टी और करीब 10 तोला गोल्ड जूलरी राहुल के नाम वसीयत कर दिया। इसकी कॉपी कांग्रेस नेताओं को सौंपी गई है। इंडिया टुडे टीवी ने इस वयोवृद्ध रिटायर्ड टीचर से देहरादून में जाकर बात की। पुष्पा मुंजियाल ने कहा कि राहुल गांधी और उनके विचार देश के लिए आवश्यक हैं और वह उनके विचारों से बेहद प्रभावित हैं। इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया।
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उन्होंने कानूनी रूप से वसीयत दर्ज की है और उत्तराखंड के कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह को कागजात सौंपे हैं, जिसमें उनके निधन के बाद राहुल गांधी को उनकी संपत्ति का कानूनी वारिस बना दिया गया है।
पुष्पा 1990 से ही देहरादून के एक वृद्धाश्रम प्रेम धाम में रह रही हैं। उसके माता-पिता का देहांत काफी समय पहले हो गया था। उसके एक भाई की कैंसर से मृत्यु हो गई और उसकी अब केवल एक बहन है, जिन्हें पुष्पा की इच्छा पर कोई आपत्ति नहीं है।

Who is Pushpa Munjial who willed property to Rahul Gandhi, imposed condition for gold? - Satya Hindi
देहरादून की वयोवृद्ध पुष्पा मुंजियाल (काले चश्मे में) में अपनी वसीयत का दस्तावेज देती हुई
पुष्पा मुंजियाल ने इंडिया टुडे टीवी से कहा कि राहुल गांधी बहुत ही सरल और सीधे हैं। लोग उन्हें बेवजह परेशान करते हैं। वह बहुत भोला है। मैं राहुल से प्रभावित हूं।उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के परिवार ने देश के लिए बहुत बलिदान दिया है। चाहे वह इंदिरा गांधी हों या राजीव गांधी या जवाहरलाल नेहरू या सोनिया गांधी। मैं राहुल को अपना बेटा मानती हूं। उन्होंने कहा -  

राहुल गांधी की शादी के बाद उन्हें 10 तोला गोल्ड जूलरी भेंट कर दिया जाए। मैंने वसीयत में लिख दिया है।


- पुष्पा मुंजियाल, इंडिया टुडे टीवी पर

पुष्पा मुंजियाल ने बताया कि पिछले नौ वर्षों में मैंने जितनी भी एफडी कराई है, उनमें राहुल नॉमनी (नामांकित) हैं।

उत्तराखंड के कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह ने कहा कि मैडम मुंजियाल उनके पास आईं और अपनी संपत्ति राहुल गांधी को सौंपने की बात कही। इससे पता चलता है कि ऐसे लोग हैं जो समझते हैं कि गांधी परिवार ने देश के लिए कितना बड़ा बलिदान दिया है।

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क़मर वहीद नक़वी
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