विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की चेतावनी के बावजूद केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए मास्क, दस्ताने और गाऊन जैसे प्रोटेक्टिव उपकरण एकत्रित करने की कोई कोशिश नहीं की। इसके उलट सरकार ने इसके निर्यात पर कोई रोक नहीं लगाई, जिस वजह से इसकी कमी हो गई और कीमत आसमान छूने लगी। सरकार जब तक चेतती और निर्यात पर रोक लगाती, बहुत देर हो चुकी थी।