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छोटे से लेकर बड़े पहलवानों के बीच झज्जर में राहुल गांधी

राहुल गांधी क्या पहलवान और जाट राजनीति गरमाने जबरदस्त ठंड में हरियाणा पहुंचे?

जाट राजनीति और महिला पहलवानों का मुद्दा गरमाया हुआ है। अधिकांश महिला पहलवान जाट हैं, वो भाजपा सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ खड़ी हुई हैं। इस भाजपा सांसद पर कुछ महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप है। जाट संगठन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की संसद के बाहर की गई मिमिक्री पर तो आहत हैं लेकिन महिला पहलवानों के साथ नाइंसाफी पर चुप हैं। ऐसे में कांग्रेस पूरी तरह महिला पहलवानों के साथ खड़ी हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने झज्जर जाकर बजरंग पुनिया, दीपक पुनिया और अन्य पहलवानों से मुलाकात की। झज्जर में पहलवानों का बड़ा अखाड़ा है। राहुल के दौरा जाहिर सी बात है कि जाट राजनीति और महिला पहलवानों से जुड़ा हुआ है। संदेश चला गया है। प्रियंका गांधी अपने भाई के जाने से बहुत पहले साक्षी मलिक के घर अफसोस जताने पहुंच चुकी हैं।

राहुल गांधी ने बुधवार को छारा गांव में पहलवानों से मुलाकात की। 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक विजेता और गांव से ताल्लुक रखने वाले दीपक पुनिया भी मौजूद थे। बैठक वीरेंद्र अखाड़े में हुई, जहां दीपक और बजरंग दोनों ने अपनी कुश्ती शुरू की थी।

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राहुल गांधी के झज्जर जिले के छारा गांव में वीरेंद्र आर्य अखाड़े के दौरे पर कुश्ती कोच वीरेंद्र आर्य ने कहा- "हमें किसी ने नहीं बताया कि वह आ रहे हैं। हम यहां प्रेक्टिस कर रहे थे और वह अचानक आ गए... वह यहां पहुंच गए। सुबह 6:15 बजे...उन्होंने हमारे साथ कसरत की और फिर उन्हें हमने अपनी कुश्ती और खेल के बारे में बताया। उन्हें खेल के बारे में बहुत ज्ञान है...राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं होंगी लेकिन इस मुद्दे पर क्या किया जाएगा? ..वह (राहुल गांधी) क्या कर सकते हैं, केवल सरकार ही कुछ कर सकती है।”

वह हमारी दिनचर्या देखने आए, और कुश्ती और कसरत पर हाथ आजमाया।'


-बजरंग पुनिया, अंतरराष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी, 27 दिसंबर 2023 सोर्सः पीटीआई

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पहलवानों के अखाड़े में भाग लेने के लिए दिन में बाद में रोहतक भी जाएंगे। मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि वह देव कॉलोनी स्थित मेहर सिंह अखाड़े का दौरा करेंगे।

राहुल गांधी का बुधवार को हरियाणा का दौरा पूरी तरह रणनीतिक है। उनके दौरे से हरियाणा की राजनीति भी गरमाएगी। संसद के बाहर उपराष्ट्रपति धनखड़ की मिमिक्री होने और राहुल गांधी का उस मिमिक्री का वीडियो बनाने के मुद्दे को भाजपा ने खूब उछाला। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने खुद इसे जाट अस्मिता पर हमला बता दिया। कुछ जाट संगठन राहुल का विरोध करने उतर पड़े। मिमिक्री वाले टीएमसी सांसद कल्याणा बनर्जी ने बंगाल जाकर धनखड़ की फिर मिमिक्री की। लेकिन हरियाणा, पश्चिमी यूपी और राजस्थान की जाट बेल्ट के लोग धनखड़ के साथ खड़े नहीं हुए। लेकिन राहुल के बुधवार को हरियाणा दौरे से मामला फिर से गरमाएगा।
राहुल का हरियाणा जाना हर बार चर्चा में आ जाता है। कई महीने पहले वो शिमला में अपनी मां सोनिया गांधी के पास जाते समय कुछ देर के लिए सोनीपत में रुके और खेतों में जाकर महिलाओं के साथ धान की रोपाई करने लगे। इसका वीडियो और फोटो वायरल हो गया था। उन्होंने धान रोप रही महिलाओं के साथ खाना भी खाया। महिलाओं ने उनके घर आकर मिलने और दिल्ली घूमने की इच्छा जताई। बाद में राहुल गांधी के घर हरियाणा की महिलाएं पहुंचीं। उन्होंने सोनिया गांधी और प्रियंका से भी मुलाकात की। 

गरमाएगी जाट राजनीति

राहुल के इस दौरे से पहलवान राजनीति ही नहीं जाट राजनीति भी गरमाएगी। हरियाणा में पहलवान और जाट एक दूसरे से जुड़े हैं। भाजपा सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह के आदमी संजय सिंह को जब भारतीय कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष चुन लिया गया तो उसी शाम पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती को अलविदा कह दिया। उन्होंने प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने बूट उतार दिए। उस वीडियो से सरकार भी हिल गई और अगले दिन संजय सिंह की कमेटी को कुश्ती महासंघ से सरकार ने बर्खास्त कर दिया। लेकिन महिला पहलवानों ने कहा कि इससे क्या होगा। ब्रजभूषण शरण सिंह ने यौन शोषण किया, उसका तो कुछ नहीं बिगड़ा। वो फिर से भाजपा टिकट पर ही चुनाव लड़ेगा और जीत जाएगा।
साक्षी मलिक के कुश्ती छोड़ने और बजरंग पूनिया के पद्मश्री अवार्ड लौटाने के ऐलान के बाद अब पहलवान विनेश फोगाट ने पीएम मोदी को झकझोरने वाला खुला पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार वापस करने का ऐलान किया है। सोशल मीडिया साइट एक्स पर उन्होंने लिखा है कि मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड वापस कर रही हूं। इस हालत में पहुंचाने के लिए ताकतवर का बहुत बहुत धन्यवाद।

अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि माननीय प्रधानमंत्री जी, साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ दी है और बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री लौटा दिया है। देश के लिए ओलंपिक पदक मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को यह सब करने के लिए किस लिये मजबूर होना पड़ा, यह सब सारे देश को पता है और आप तो देश के मुखिया हैं तो आप तक भी यह मामला पहुंचा होगा।  प्रधानमंत्री जी, मैं आपके घर की बेटी विनेश फोगाट हूं और पिछले एक साल से जिस हाल में हूं यह बताने के लिए आपको यह पत्र लिख रही हूं। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि, मुझे साल याद है 2016 जब साक्षी मलिक ओलंपिक में पदक जीतकर आई थी तो आपकी सरकार ने उन्हें "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" की ब्रांड एम्बेसडर बनाया था। 

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पत्र में विनेश फोगाट ने लिखा है-  आप अपनी ज़िंदगी के सिर्फ़ 5 मिनट निकालकर उस आदमी (ब्रजभूषण शरण सिंह) के मीडिया में दिए गए बयानों को सुन लीजिए, आपको पता लग जाएगा कि उसने क्या क्या किया है। उसने महिला पहलवानों को मंथरा बताया है, महिला पहलवानों को असहज कर देने की बात सरेआम टीवी पर कबुली है और हम  महिला खिलाड़ियों को जलील करने का एक मौका भी नहीं छोड़ा है। उससे ज़्यादा गंभीर यह है कि उसने कितनी ही महिला पहलवानों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है। यह बहुत भयावह है। सर, हमारे मेडलों और अवार्डों को 15 रुपए का बताया जा रहा है, लेकिन ये मेडल हमें हमारी जान से भी प्यारे हैं। जब हम देश के लिए मेडल जीतीं थीं तो सारे देश ने हमें अपना गौरव बताया। अब जब अपने न्याय के लिए आवाज़ उठायी तो हमें देशद्रोही बताया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी, मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि क्या हम देशद्रोही हैं? 

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क़मर वहीद नक़वी
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