आए दिन अख़बारों में खबर छपती है, जीएसटी वसूली बढ़ी। सरकारी विज्ञप्ति के आधार पर गैर बिज़नेस अख़बारों में भी यह ख़बर पहले पन्ने पर छप जाती है। आज 'द हिन्दू' जैसे अखबार में शीर्षक है, 'जीएसटी वसूली रिकार्ड ऊँचाई पर'।
जीएसटी वसूली 7% कम हुई, पर ख़बर छपी, लगातार 6 महीने वसूली बढ़ी!
- अर्थतंत्र
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- 3 Apr, 2021


आए दिन अख़बारों में खबर छपती है, जीएसटी वसूली बढ़ी। सरकारी विज्ञप्ति के आधार पर गैर बिज़नेस अख़बारों में भी यह ख़बर पहले पन्ने पर छप जाती है। आज 'द हिन्दू' जैसे अखबार में शीर्षक है, 'जीएसटी वसूली रिकार्ड ऊँचाई पर'।
बेशक वसूली बढ़ना ख़बर है, लेकिन सरकारी प्रेस विज्ञप्ति ख़बर ही नहीं प्रचार भी होता है। ख़बर-छापना या नहीं छापना संपादक के विवेक का मामला है। किस ख़बर को महत्व देना है और किसे नहीं यह भी संपादकीय विवेक का मामला है। लेकिन ख़बर से जो सवाल उठे उसका जवाब तो ख़बर में होना चाहिए। यह संपादकों को पहली सीख होती है।


























