नीलसन के ताज़ा आँकड़ों के अनुसार, एफ़एमसीजी सेक्टर 2019 में 11-12 प्रतिशत की सीमा में होगा, जो वर्ष 2018 के वृद्धि दर से लगभग दो फ़ीसदी कम होगा। इसने कहा है कि शहरी क्षेत्र में इसमें मामूली गिरावट देखी गई है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में इसमें बड़ी कमी आई है।
नीलसन ने रिपोर्ट में कहा है कि मानसून के सामान्य से नीचे 93% पर रहने की संभावना है। ऐसे में ग्रामीण बाजारों में चहल-पहल कम रह सकती है। यानी उपभोक्ता सामान की वृद्धि और भी कम हो सकती है। इस मंदी का असर बड़ी कंपनियों से ज़्यादा असर छोटी कंपनियों पर पड़ेगा।