`कसम धंधे की मैं झूठ नहीं बोलता’। पुरानी हिंदी फ़िल्मों में सुनाई देनेवाला यह डायलॉग पूरी तरह सच है। धंधे से जुड़ा कोई भी आदमी कम से कम अर्थव्यवस्था के बारे में झूठ नहीं बोलता है। इसलिए अगर आपको देश की इकॉनमी का हाल जानना हो तो उद्योग जगत और शेयर मार्केट को सुनिये।