भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को एक बड़ा फ़ैसला लेते हुए अपनी प्रमुख रेपो रेट को 50 बेसिस पॉइंट्स यानी 0.50% कम करके 5.5% कर दिया। यह 2025 में तीसरी बार है जब आरबीआई ने ब्याज दरों में कटौती की है और यह पिछले दो सालों में सबसे बड़ी कटौती है। रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को अल्पकालिक कर्ज देता है। इसका मतलब है कि बैंकों को आरबीआई से कर्ज लेना सस्ता हो जाएगा और और इस वजह से बैंक भी अपने ग्राहकों को कर्ज कम ब्याज पर दे सकते हैं।
रेपो रेट में RBI की इतनी बड़ी कटौती से आप पर क्या असर होगा? ऐसे उठाएँ फायदा
- अर्थतंत्र
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- 6 Jun, 2025
RBI ने रेपो रेट में बड़ी कटौती की है, जिससे आपकी होम और ऑटो लोन EMI कम हो सकती है। जानिए इस फैसले से आम आदमी पर क्या असर होगा और आप इस स्थिति का लाभ कैसे उठा सकते हैं।

इसके साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई ने कैश रिजर्व रेशियो यानी सीआरआर को भी 100 बेसिस पॉइंट्स कम करने का ऐलान किया है। इससे सीआरआर 4 प्रतिशत से घटकर 3 प्रतिशत हो जाएगा। यह सितंबर से चरणबद्ध तरीक़े से लागू होगा। इस क़दम का मक़सद अर्थव्यवस्था में पैसे की उपलब्धता को बढ़ाना और आर्थिक विकास को गति देना है। तो सवाल है कि इसका आम लोगों, कर्ज लेने वालों, निवेशकों और बैंकों पर क्या असर होगा? आइए इसे समझते हैं।