जिन कश्मीरियों की बेहतरी और ख़ुशियों के नाम पर अनुच्छेद 370 में फेरबदल किया गया वे ईद की ख़ुशियाँ मना भी पाएँगे या नहीं, इस पर अभी भी संदेह है। शुक्रवार की नमाज़ के लिए आवाजाही पर लगाई गई पाबंदियों में भले ही ढील दी गई हो, लेकिन ईद के दिन सुरक्षा में ढील दी जाएगी या नहीं, इस पर रविवार को फ़ैसला किया जाएगा। हालाँकि प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को कश्मीरियों को आश्वासन दिया है कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि उन्हें 12 अगस्त को ईद मनाने में किसी भी तरह की मुश्किलों का सामना न करना पड़े। यदि ढील दी भी जाएगी तो कितनी दी जाएगी, यह भी एक सवाल है। यानी कुल मिलाकर यदि कश्मीरी ईद मना भी पाएँ तो ख़ुशियाँ मनाने की छूट देने की भी एक ‘सीमा’ होगी।