जम्मू और कश्मीर में 19, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन चरणों में मतदान होगा। वोटों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी। जम्मू कश्मीर द्वारा 2019 में अपनी विशेष स्थिति खोने और दो भागों में विभाजित होने के बाद यह जम्मू और कश्मीर में पहला विधानसभा चुनाव है। लेकिन अब वो केंद्र शासित प्रदेश है, उसका राज्य का दर्जा छिन चुका है।
जम्मू-कश्मीर में पिछला विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था। 2014 के चुनाव में, भाजपा ने 25 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया और पीडीपी 28 सीटें जीत कर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। निवर्तमान नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 सीटें जीतीं और कांग्रेस को 12 सीटें मिलीं। चुनाव के बाद, भाजपा और पीडीपी ने एक आश्चर्यजनक गठबंधन कर सरकार बनाई, जिसका नेतृत्व मुफ्ती मोहम्मद सईद ने किया और फिर 2016 में उनके निधन के बाद महबूबा मुफ्ती ने किया।