अब डिलीट कर दिये गये वीडियो में भाजपा ने दिखाया था कि मुस्लिम पुरुष, महिलाओं और बच्चों की एक बड़ी भीड़ एक झामुमो समर्थक के आवास में प्रवेश करते और जबरदस्ती वहां कब्जा कर लेते हैं। वीडियो के साथ एक पोस्ट में कहा गया है: “ध्यान से देखिए कि एक गलत वोट कितनी बड़ी गलती बन सकता है। इसलिए इस बार 2019 जैसी गलती मत करना। सही चीज चुनो, बीजेपी चुनो।”
इस वीडियो को लेकर कांग्रेस के संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने दिल्ली में चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें वीडियो को हटाने और एफआईआर दर्ज करने का आदेश देने की मांग की गई। चुनाव आयोग को दिए गए अपने ज्ञापन में, कांग्रेस ने कहा, “भाजपा द्वारा अपलोड किए गए वीडियो का कंटेंट वोट के लिए कॉल/अपील के रूप में सीधे धार्मिक पहचान का आह्वान करती है। यह आदर्श आचार संहिता और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के प्रावधानों का पूर्ण उल्लंघन है।”