पुलिस का कहना है कि “सारे नेता बारी बारी से इस कार्यक्रम में शामिल युवाओं को भड़काते हुए भाषण दे रहे थे कि ये आक्रोश रैली का कार्यक्रम है। आज किसी भी हालत में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करना है। पुलिस ने कहा कि भाजपा नेताओं के बयानों से युवा 'नाराज' हो गए और लगभग 10,000 की संख्या में प्रदर्शनकारी पुलिस चौकी गेट की ओर बढ़े और ड्रॉप गेट तोड़ दिया। भीड़ को लाउडस्पीकर के जरिए कई बार रुकने के लिए कहा गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।