कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनके डिप्टी डीके शिवकुमार ने चार दिनों में दूसरी बार मीडिया को संबोधित किया, जिससे राज्य में सत्ता के लिए खींचतान और संभावित नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच एक बार फिर एकजुटता का प्रदर्शन किया गया।

शिवकुमार के बगल में खड़े होकर, सिद्धारमैया ने कहा कि अगर कांग्रेस आलाकमान उन्हें नई दिल्ली बुलाता है, तो दोनों नेता वहाँ जाने को तैयार होंगे। जब उनसे पूछा गया कि शिवकुमार कब मुख्यमंत्री पद संभालेंगे, तो सिद्धारमैया ने कहा: "जब आलाकमान कहेगा"।

उनकी यह टिप्पणी दोनों नेताओं द्वारा मंगलवार सुबह एक बार फिर नाश्ते पर मुलाकात करने के बाद आई। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 8 दिसंबर को सांसदों की एक बैठक बुलाई गई है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि वहां नेतृत्व के मुद्दों पर चर्चा होगी या नहीं।
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सिद्धारमैया ने कहा, "हम किसानों के मुद्दों और राज्य के अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे...हम दोनों आलाकमान, खासकर राहुल, सोनिया, प्रियंका और मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा लिए गए फैसले को स्वीकार करेंगे... अगर वे (पार्टी आलाकमान) हमें (दिल्ली) बुलाते हैं, तो हम निश्चित रूप से जाएंगे।"

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कर्नाटक के सभी विधायक एकजुट हैं और विपक्ष का मिलकर सामना करेंगे। सिद्धारमैया ने कहा, "हम हमेशा एकजुट हैं, हम भाई हैं और मिलकर काम कर रहे हैं।"

पिछले महीने सिद्धारमैया के मुख्यमंत्री के रूप में ढाई साल पूरे होने के बाद से ही कर्नाटक के नेतृत्व में बदलाव की चर्चा हो रही है।

कांग्रेस 2023 में दक्षिणी राज्य में सत्ता में आई थी, और कई दिनों की अटकलों के बाद, सिद्धारमैया को शीर्ष पद मिला और डीके शिवकुमार को उनका डिप्टी बनाया गया।

हालांकि, ऐसी चर्चा थी कि पार्टी ने दोनों नेताओं के बीच "रोटेशनल सीएम" (बारी-बारी से मुख्यमंत्री) का सौदा किया है। इस व्यवस्था के तहत, सिद्धारमैया का आधा कार्यकाल पूरा होने के बाद शिवकुमार को सीएम पद संभालना था।
शिवकुमार के कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख के पद से हटने का संकेत देने और उनके कुछ समर्थकों के दिल्ली में डेरा डालने के बाद नए सिरे से अटकलें शुरू हो गईं।

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हालांकि, दोनों नेताओं ने इससे पहले भी शनिवार को सिद्धारमैया के आवास पर नाश्ते पर मुलाकात करके मनमुटाव की खबरों पर विराम लगाने की कोशिश की। इसके बाद, शिवकुमार ने भी मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री को अपने यहां नाश्ते के लिए आमंत्रित किया था। हालांकि शुरुआत लंच मीटिंग की बात कही गई थी। लेकिन बाद में दोनों नाश्ते पर मिलने पर राज़ी हुए।