कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में गुरुवार तड़के हादसे के बाद बस में आग लगने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 21 अन्य घायल हो गए। नेशनल हाईवे-48 पर एक प्राइवेट स्लीपर बस और लॉरी की टक्कर के बाद बस में आग लग गई थी। इससे कई यात्री बस के अंदर ही फँस गए। इस हादसे के दौरान एक और बड़ा हादसा तब टल गया जब 45 बच्चों को ले जा रही बस को हादसे से बचाने के प्रयास में अनियंत्रित हो गई और बस सड़क की दूसरी ओर चली गई। हालाँकि सभी बच्चे सुरक्षित हैं।

हादसा गुरुवार तड़के हुआ। बस बेंगलुरु से शिवमोग्गा की ओर जा रही थी। लॉरी बेंगलुरु की तरफ आ रही थी। लॉरी ड्राइवर ने कथित तौर पर नियंत्रण खो दिया और सेंट्रल डिवाइडर पार करके बस से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का डीजल टैंक फट गया और डीजल लीक होने से तुरंत आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि कई यात्रियों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला।
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बस सीबर्ड कोच कंपनी की थी और इसमें ज्यादातर यात्री सो रहे थे, इसलिए आग लगने पर भागने का समय कम मिला। हादसे के बाद हाईवे पर कई किलोमीटर तक जाम लग गया और ट्रैफिक बाधित रहा। फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस की टीमों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी।

एचटी की रिपोर्ट के अनुसार ईस्टर्न रेंज इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस रविकांते गौड़ा ने बताया, 'जांच से पता चला है कि लॉरी सीधे बस के डीजल टैंक से टकराई, जिससे डीजल लीक हुआ और आग लग गई। बस में 32 लोग सवार थे। इनमें से 8 यात्रियों की मौत हुई है, साथ ही लॉरी ड्राइवर भी मारा गया।' बाद में मृतकों की संख्या बढ़ी। उन्होंने कहा कि कुछ यात्री खिड़कियां तोड़कर बाहर निकले, लेकिन ज्यादातर आग में फंस गए।
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घायलों को तुरंत पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से कहा गया है कि 12 घायल हिरियुर अस्पताल में, 9 शिरा में और 3 तुमकुर में इलाज करा रहे हैं। एक घायल व्यक्ति को 15-20% जलने की वजह से बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। बाकी घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

स्कूल बस बाल-बाल बची

हादसे के समय एक स्कूल बस भी उसी हाईवे पर गुजर रही थी, जिसमें 45 बच्चे सवार थे। पीटीआई ने पुलिस के हवाले से ख़बर दी है कि जलती बस से बचने की कोशिश में स्कूल बस ड्राइवर अपनी गाड़ी को सड़क के दूसरी ओर ले गया, लेकिन खुशकिस्मती से बच्चों को कोई चोट नहीं आई। सभी बच्चे सुरक्षित हैं।
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शुरुआती जांच में लॉरी ड्राइवर की लापरवाही

पुलिस का कहना है कि हादसे की मुख्य वजह लॉरी ड्राइवर की लापरवाही लग रही है। शायद वह सो गया हो या नियंत्रण खो बैठा। हिरियुर रूरल पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर जांच चल रही है। मरने वालों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं और बस की बुकिंग डिटेल्स चेक की जा रही हैं।

यह हादसा एक बार फिर हाईवे पर सुरक्षा के मुद्दों को उजागर करता है।