अपने बोल्ड उपन्यास 'मित्रो मरजानी' से हिन्दी साहित्य जगत में तहलका मचा देने वाली कृष्णा सोबती का 94 साल की उम्र में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार शाम दिल्ली में निगम बोध घाट पर होगा। सोबती 2015 में एक बार चर्चा में आईं जब उन्होंने देश में असहिष्णुता के माहौल से नाराज़ होकर साहित्य अकादमी पुरस्कार वापस कर दिया था।