loader

शर्मनाक! बेहोश होने तक युवक की पिटाई करती रही मध्य प्रदेश पुलिस

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा ज़िले में पुलिस का बेहद बर्बर और शर्मनाक चेहरा सामने आया है। नशे की लत के शिकार एक युवक की पुलिस वालों ने तब तक डंडे और लात-जूतों से पिटाई की जब तक कि वह बेहोश नहीं हो गया। बेहोश होने के बाद युवक को जानवरों की तरह घसीट कर पुलिस वाहन में डालकर ले जाया गया। मामला सामने आने के बाद दो पुलिस वालों को सस्पेंड करते हुए विभागीय जाँच बैठाई गई है। लेकिन कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और सोशल मीडिया पर लोग पुलिस कर्मियों को गिरफ़्तार करने की माँग कर रहे हैं।

मामला छिंदवाड़ा ज़िले की सौंसर तहसील के पिपला थाना क्षेत्र का है। छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य में कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ की कर्मस्थली है। दरअसल, पिपला क्षेत्र के निवासी नानू (25 वर्ष) से जुड़ा एक वीडियो शनिवार को वायरल हुआ है। वायरल वीडियो में दो पुलिस वाले नानू की जमकर पिटाई कर रहे हैं। एक पुलिस वाला उसे डंडों से मार रहा है, जबकि दूसरा उकसा रहा है।

डंडों के अलावा लात और जूतों से भी नानू की पिटाई की जा रही है। वायरल वीडियो में पिटाई के चलते नानू बेदम हो रहा है। बेदम होने के बाद दोनों पुलिस वाले उसे बेदर्दी से खींचते हुए पुलिस की गाड़ी में पटक रहे हैं। वायरल हुए इस वीडियो को देखने वाले पुलिस की बर्बरता पर दांतों तले ऊंगलियाँ दबा रहे हैं। जानवरों के माफ़िक नानू की पिटाई से ख़ुद पुलिस के आला अफ़सर भी हैरान हैं।

छिंदवाड़ा के एसपी विवेक अग्रवाल ने ‘सत्य हिन्दी’ को बताया कि घटनाक्रम 10-12 दिन पुराना है। पिटाई का वीडियो शनिवार को वायरल हुआ है। वीडियो वायरल होते ही उन्होंने एक्शन लिया है। पिपला थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक कृष्णा डोंगरे और आरक्षक आशीष को निलंबित करते हुए विभागीय जाँच का आदेश दिया गया है। 

ताज़ा ख़बरें
एसपी अग्रवाल के अनुसार नानू को नशे की ज़बरदस्त लत है। नशा करने के बाद आए दिन वह इस तरह के उत्पात करता रहता है। पहले भी कई शिकायतें उसको लेकर सामने आ चुकी हैं। नानू की नशे की लत और नशे के बाद उत्पात करने की आदत से परिजन भी परेशान रहते हैं। घटना वाले दिन नशे के बाद नानू द्वारा एक बैंक के बाहर लोगों से गाली-गलौज और दुर्व्यवहार करने की शिकायत पुलिस को मिली थी। मौक़े पर पहुँचने पर वह पुलिस से भी भिड़ गया था। इसी के बाद पूरा घटनाक्रम हुआ।
एसपी अग्रवाल ने कहा, ‘नानू भले ही नशे का आदि है। घटना वाले दिन भी नशा करने के बाद उसने लोगों से बदसुलूकी की थी। मगर, पुलिस वालों ने जिस तरह से उसको पीटा वह किसी भी रूप में सभ्य समाज के लिए ठीक नहीं माना जायेगा।’ एसपी ने आगे कहा कि वायरल वीडियो के प्रारंभिक साक्ष्य के आधार पर दोनों पुलिस वालों को निलंबित कर जाँच बैठाई गई है। उन्होंने कहा कि जाँच पूर्ण होने के बाद रिपोर्ट के आधार पर दोषी पुलिस वालों के ख़िलाफ़ अन्य आवश्यक कार्रवाई भी ज़रूर की जायेगी।

दिग्विजय ने की बर्खास्तगी की माँग

पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने नानू के वायरल हुए वीडियो को फ़ेसबुक पर पोस्ट करते हुए अनेक सवाल उठाये हैं। प्रदेश पुलिस की बर्बरता को उन्होंने शर्मनाक क़रार दिया है। सिंह ने माँग की है कि दोनों दोषी पुलिस वालों को नौकरी से बर्खास्त किया जाये।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
संजीव श्रीवास्तव
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

मध्य प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें