उत्तर प्रदेश में दलित और कमज़ोर वर्ग की किशोरियों के साथ गैंग रेप और जघन्य हत्याओं की सिलसिलेवार घटनाओं की देशव्यापी गूंज के बीच मध्य प्रदेश में भी सामूहिक दुष्कर्म की शिकार एक दलित महिला द्वारा फाँसी लगाकर जान देने का मामला सामने आया है। आरोप है कि रेप की रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही थी, उल्टे उसके परिजनों को ही पुलिस परेशान कर रही थी। पुलिस के कथित ग़ैर ज़िम्मेदाराना रवैये से क्षुब्ध महिला ने फाँसी लगाकर जान दे दी।
एमपी: गैंगरेप की रिपोर्ट नहीं लिखी, पीड़ित परिवार को ही बंद किया, दलित महिला ने की आत्महत्या
- मध्य प्रदेश
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- 3 Oct, 2020

मध्य प्रदेश में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार एक दलित महिला द्वारा फाँसी लगाकर जान देने का मामला सामने आया है। आरोप है कि रेप की रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही थी, उल्टे उसके परिजनों को ही पुलिस परेशान कर रही थी।
मामला नरसिंहपुर ज़िले का है। इस ज़िले के गाडरवारा ब्लाॅक के चीचली थाना क्षेत्र में अनुसूचित जाति वर्ग की एक महिला का शव शुक्रवार सुबह फाँसी के फंदे से लटका मिला। मृतका के पति का आरोप है कि उसकी पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। गाँव से लगी थाना चौकी के अलावा अनेक जगहों पर शिकायतें की गईं।