मध्य प्रदेश में नेशनल हेराल्ड की परिसंपत्तियों को खुर्द-बुर्द किये जाने से जुड़ी पड़ताल में सामने आया है कि इंदौर में एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड को मिली जमीन भर खुर्द-बुर्द नहीं हुई बल्कि जमीन के उपयोग के ‘अधिकार’ ले लेने वाले शख्स एजेएल के बंद कर दिए गए टाइटल ‘नेशनल हेराल्ड’ का धड़ल्ले से प्रकाशन भी करते रहे।
नेशनल हेराल्ड केस: बंद अख़बार के टाइटल का इंदौर में इस्तेमाल हुआ!
- मध्य प्रदेश
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- 7 Aug, 2022

मध्य प्रदेश में नेशनल हेराल्ड मामले से जुड़ी की मिल्कियतों को ‘खुर्द-बुर्द’ करने के आरोपों में कितनी सचाई है? 'सत्य हिंदी' इस पर एक शृंखला प्रकाशित कर रहा है। पढ़िए इस कड़ी में दूसरा भाग।
बता दें कि मध्य प्रदेश में एजेएल ने नेशनल हेराल्ड और नवजीवन का प्रकाशन 1992 में बंद कर दिया था। भोपाल से नवजीवन निकला करता था और इंदौर से नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन होता था। अख़बार बंद होने के बाद भोपाल और इंदौर के प्रेस कॉम्पलेक्सों में समाचार पत्र के प्रकाशन के लिये राज्य सरकार से एजेएल को मिली जमीनों को खुर्द-बुर्द करने का सिलसिला चल पड़ा था।