मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में बीजेपी नेता के बेटे से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। बीजेपी नेता और शिवपुरी नगर परिषद अध्यक्ष गायत्री शर्मा के बेटे रजत शर्मा पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली एक युवती ने आत्महत्या की कोशिश की। उसने नींद की गोलियां और चूहे मारने की दवा खा ली। उसकी हालत बिगड़ गई और उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं। पीड़िता ने आत्महत्या का प्रयास करने से पहले सुसाइड नोट लिखा है जिसमें आरोपी बीजेपी नेता के परिवार पर बेहद गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

पुलिस के अनुसार युवती ने आत्महत्या से पहले छह पन्नों का एक सुसाइड नोट लिखा। इसमें उसने पिछले सात महीनों से मानसिक प्रताड़ना और धमकियों का ज़िक्र किया है। उसने अपनी मौत का ज़िम्मेदार शिवपुरी नगर परिषद अध्यक्ष गायत्री शर्मा, उनके पति संजय दुबे और बेटे राजत शर्मा को ठहराया।
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सुसाइड नोट में क्या लिखा?

सुसाइड नोट में बीजेपी नेता के परिवार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार युवती ने नोट में लिखा, 'मैं यह सुसाइड नोट पूरी तरह होशो-हवास में लिख रही हूं। मेरी मौत की वजह शिवपुरी नगर परिषद अध्यक्ष गायत्री शर्मा और उनके पति संजय शर्मा हैं। उन्हें पहले से ही मेरे और उनके बेटे रजत शर्मा के रिश्ते की जानकारी थी। गायत्री शर्मा ने पहले मुझे कहा था कि उन्हें कोई ऐतराज नहीं है और वे शादी की बात करेंगी।'

युवती का आरोप है कि रजत शर्मा ने उससे शादी का वादा किया था, लेकिन परिवार ने कहीं और उसकी सगाई तय कर ली। नोट के अनुसार, रजत की सगाई 14 अप्रैल 2025 को तय हुई थी। 10 अप्रैल को रजत ने कहा कि मां से शादी की बात करो। जब वह गायत्री शर्मा से मिली तो उन्हें धमकाया गया। नोट में लिखा है, 'गायत्री शर्मा ने मुझे कहा कि मुझे त्याग और समर्पण सीखना चाहिए। उनका बेटा भी वहां मौजूद था जब उन्होंने मुझे गालियां दीं।'

युवती ने आरोप लगाया कि 14 अप्रैल को वह कोतवाली थाने गई और पांच घंटे इंतजार किया, लेकिन उस दिन उसकी शिकायत दर्ज नहीं हुई। उसी दिन रजत की सगाई हो गई। उनका आरोप है कि राजनीतिक दबाव से शिकायत वापस लेने की कोशिश की गई।

आरोप लगाया गया है कि केस सार्वजनिक होने के बाद भी उन्हें समझौता करने का दबाव डाला गया, यहाँ तक कि 50 लाख रुपये देकर हटने को कहा गया। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि राजनेताओं, रिटायर्ड अधिकारियों और पुलिस वालों के ज़रिए धमकियाँ मिलीं। युवती ने लिखा कि सात महीनों से लगातार अपमान, धमकियाँ और मानसिक तनाव से वह टूट गई हैं। अंत में उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से न्याय की गुहार लगाई।
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पुलिस ने क्या कहा?

शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौर ने एनडीटीवी को बताया कि युवती की शिकायत पर 14 अप्रैल को केस दर्ज हुआ और 30 अप्रैल को भारतीय न्याय संहिता की धारा 69 यानी बलात्कार से जुड़ी धारा सहित अन्य धाराओं में एफ़आईआर हुई। पुलिस ने कहा, 'चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो चुकी है। सुसाइड नोट जब्त कर लिया गया है। युवती की हालत स्थिर होने के बाद उसका बयान दर्ज किया जाएगा और आगे कानूनी कार्रवाई होगी।'

यह मामला अप्रैल 2025 से चल रहा है। युवती ने रजत शर्मा पर बलात्कार और धोखा देने का आरोप लगाया है। आरोपी के परिवार का राजनीतिक रसूख होने की वजह से दबाव की बातें सामने आ रही हैं। बीजेपी नेता गायत्री शर्मा शिवपुरी नगर परिषद की अध्यक्ष हैं, जिससे मामला और संवेदनशील हो गया है। यह घटना महिलाओं की सुरक्षा और न्याय व्यवस्था पर सवाल उठा रही है।