इससे पहले शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा था कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस अपने 162 विधायकों को हयात होटल में मीडिया के सामने लाएंगे। राउत ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से भी कहा था कि वह आएं और इन विधायकों को देख लें।
पवार ने बोला बीजेपी पर हमला
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारे संविधान में सत्यमेव जयते लिखा है और यह सत्तामेव जयते नहीं होना चाहिए, जैसा दूसरी पार्टियां कर रही हैं। उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि शिवसेना उनके साथ 25 साल रही तो उन्हें समझ नहीं आया कि शिवसेना क्या है, अब हम उन्हें दिखाएंगे कि शिवसेना क्या है। उन्होंने कहा कि हम 5 साल के लिए नहीं आए हैं, सत्ता के लिए नहीं आए हैं और हमारा साथ लंबा चलेगा।
शक्ति प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि तीनों दलों के पास 162 से ज़्यादा विधायक हैं और राज्यपाल, न्यायपालिका और सरकार इसे देखें। उन्होंने कहा कि हमें सरकार बनाने के लिए जनादेश मिला है और राज्य में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की ही सरकार बनेगी।
एकजुटता का दिया संदेश
इस दौरान शरद पवार की बेटी और एनसीपी नेता सुप्रिया सुले काफ़ी सक्रिय दिखाई दीं और उन्होंने शिवसेना और कांग्रेस के विधायकों से बहुत देर तक बातचीत की। यह माना जा रहा है कि अजीत पवार के बग़ावत करने के बाद एनसीपी में सुप्रिया सुले की भूमिका बेहद अहम रहेगी। इसी तरह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एनसीपी और कांग्रेस के विधायकों से बातचीत की। कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने भी कांग्रेस के अलावा अन्य दलों के विधायकों से बातचीत की।
बीजेपी : परेड तो अपराधियों की होती है
कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की ओर से समर्थन में खड़े 162 विधायकों की परेड कराने पर भारतीय जनता पार्टी ने बेहद तीखी प्रतिक्रिया जताई है। पार्टी ने इसे विधायकों के लिए अपमानजनक तो बताया ही है, तंज करते हुए कहा है कि परेड तो अभियुक्तों की कराई जाती है। सेलार ने ट्वीट किया, 'पहचान परेड तो अभियुक्तों के मामले में की जाती है, चुने गए विधायकों की नहीं। यह विधायकों का अपमान है और उनका भी जिन्होंने उन्हें चुना है।'