वैसे तो 'बंटेंगे तो कटेंगे' का नारा वोटों के ध्रुवीकरण के लिए दिया गया, लेकिन लगता है कि इसका शिकार खुद बीजेपी और एनडीए ही हो गया है। इस नारे पर उनके अंदर ही मतभेद उभरकर सामने आए हैं। बीजेपी नेताओं- पंकजा मुंडे और अशोक चव्हाण द्वारा इस नारे से खुद को अलग किए जाने के बाद जब अजित पवार ने भी इस नारे को खारिज कर दिया तो देवेंद्र फडणवीस ने उनपर ही हमला कर दिया।
फडणवीस, अजित पवार भिडे़! बँटेंगे तो कटेंगे पर एनडीए में ही रार
- महाराष्ट्र
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- 15 Nov, 2024
क्या 'बँटेंगे तो कटेंगे' वाले बयान ने बीजेपी में ही नहीं, बल्कि एनडीए में भी दरार पैदा कर दी है? आख़िर अब फडणवीस और अजित पवार क्यों भिड़े?

उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा था कि महाराष्ट्र में 'बटेंगे तो कटेंगे' नारे के लिए कोई जगह नहीं है। इस पर उनके सहयोगी देवेंद्र फडणवीस ने नाराजगी जताई और कहा कि नारे के बारे में अजित पवार की समझ अभी भी उनके पूर्व सहयोगियों से प्रभावित है। 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नारे 'बँटेंगे तो कटेंगे' को लेकर अजित पवार और फडणवीस के बीच दरार पैदा हो गई है।