महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे से जुड़ी कंपनी की पुणे लैंड डील को रद्द कर दिया गया है। भ्रष्टाचार और गड़बड़ियों के गंभीर आरोप लगने और विपक्षी दलों के निशाने पर आने के बाद अजित पवार पर गंभीर सवाल उठ रहे थे। विपक्ष ने इसे 'जमीन लूट' करार देते हुए अजित पवार से इस्तीफे की मांग की। इन्हीं दबावों के बीच एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में जाँच का आदेश दिया था। पहले ही एक सब-रजिस्ट्रार को निलंबित किया जा चुका है। इस बीच, शुक्रवार को अजित पवार मीडिया के सामने आए और अजीब तर्क रखा कि उनके बेटे पार्थ और उनके बिजनेस पार्टनर को यह जानकारी ही नहीं थी कि खरीदी जा रही ज़मीन सरकार की है। उन्होंने सफ़ाई दी कि सौदा रद्द कर दिया गया है और वह किसी भी गलत काम को बर्दाश्त नहीं करेंगे।