जिस मुंबई में लाखों लोग दिन-रात मेहनत करके रोजी-रोटी कमाते थे और जो पूरा शहर लोगों से खचाखच भरा रहता था, लॉकडाउन के बाद आज वह वीरान हो गया है।
क्या किसी ने सोचा था कि जिस शहर में सोने के लिए सड़क किनारे फुटपाथ पर जगह हासिल करने के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ती थी, वहां बस्तियां वीरान हो जाएंगी और उनमें कोई रहने वाला नहीं होगा!
कल को यदि लॉकडाउन ख़त्म भी हुआ तो जुहू की चौपाटी की उस भेलपूरी का स्वाद लोगों को कब मिलेगा, यह कहना मुश्किल होगा क्योंकि इस बस्ती में रहने वाले वे भेलपूरी वाले अपने गांवों की तरफ लौट गए हैं। वापस कब आयेंगे या आयेंगे ही नहीं, यह समय ही बताएगा।