एनसीपी नेता एकनाथ खडसे से पुणे के भोसरी में ज़मीन घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 9 घंटे से भी ज़्यादा पूछताछ की।
खडसे के दामाद गिरीश चौधरी की गिरफ्तारी के बाद ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि एकनाथ खडसे बीजेपी के कुछ कारनामों का खुलासा कर सकते हैं। लेकिन ईडी द्वारा समन भेजने के कारण उन्होंने अपना फ़ैसला बदल दिया।