एनसीपी के जिन 9 विधायकों ने कल रविवार को शिंदे-भाजपा सरकार में शामिल होकर उन्हें समर्थन दिया, उनमें से चार विधायकों के खिलाफ ईडी, सीबीआई जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। विपक्ष का कहना है कि अभी कल तक पीएम मोदी एनसीपी को 20 हजार करोड़ की महाभ्रष्ट पार्टी बता रहे थे लेकिन अब एक हजार करोड़ के भ्रष्टाचारी भाजपा से मिल गए और वे ईमानदार हो गए।