परभणी में 15 दिसंबर को सोमनाथ सूर्यवंशी, जो अंबेडकर की तरह वकील बनने के लिए पढ़ाई कर रहे थे, उनकी कानून की परीक्षा से दो दिन पहले हिरासत में मौत हो गई। अंतरिम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण "कई चोट" बताया गया है। इस घटना ने दलितों में चिंगारी का काम किया। सोमनाथ की मौत के बाद परभणी शहर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। क्योंकि इससे पहले 10 दिसंबर को अंबेडकर प्रतिमा के बगल में रखी संविधान की प्रति का "अपमान" किया गया था। दलितों ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने उनके प्रदर्शन के दौरान तमाम अत्याचार किये। सोमनाथ की मौत ने दलितों को फिर से आंदोलन का मौका दिया, इस पर वहां फिर हिंसा हुई।
महाराष्ट्रः परभणी में भाजपा का दलित और संविधान विरोधी चेहरा बेनकाब
- महाराष्ट्र
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- 29 Mar, 2025
महाराष्ट्र के परभणी में पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत को मुख्यमंत्री फडणवीस बीमारी की वजह से हुई मौत बता रहे हैं। जबकि सरकार इसी मामले में एसआईटी का गठन कर रही है और पुलिस वालों पर एक्शन ले रही है। तो परभणी में सच क्या है, पुलिस ने वहां क्या अत्याचार किये हैं, सारी घटनाएं सामने आ रही हैं, जानिएः

सोमनाथ की फोटो के साथ प्रदर्शन करते दलित कार्यकर्ता।