महाराष्ट्र की राजनीति में सोमवार को बड़ा समीकरण नजर आया। उद्धव ठाकरे और प्रकाश आंबेडकर ने नए गठबंधन की घोषणा की। उद्धव ने उम्मीद जताई कि कांग्रेस और एनसीपी भी इस गठबंध में रहेंगे।
उद्धव ठाकरे और प्रकाश आंबेडकर सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में।
मुंबई में बीएमसी चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे और प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाले वंचित बहुजन वंचित अघाड़ी के साथ गठबंधन की घोषणा कर दी है। दोनों नेताओं ने आज सोमवार को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। इस गठबंधन से महाराष्ट्र में नया समीकरण बन गया है। बीएमसी चुनाव से पहले इस घोषणा को अहम माना जा रहा है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि प्रकाश आंबेडकर के साथ शिवसेना के गठबंधन को कांग्रेस और एनसीपी द्वारा स्वीकार किया जाएगा और सभी एमवीए का हिस्सा होंगे।
प्रकाश आंबेडकर का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी उनके साथ होंगे। कुछ मुद्दों पर उनके शरद पवार से मतभेद हैं। लेकिन वो व्यक्तिगत मुद्दे नहीं हैं। प्रकाश ने कहा कि हम सब लोग एकसाथ होंगे।
ठाकरे और आंबेडकर ने साथ आने का फैसला किया है। मेरे दादा प्रबोधनकर ठाकरे और प्रकाश आंबेडकर के दादा डॉ बीआर आंबेडकर एक ही दुश्मन से लड़े थे। अब देश के व्यापक हित के लिए एक बार फिर साथ आने की जरूरत है। शिंदे-फडणवीस में दम है तो तुरंत चुनाव कराएं।
बाबासाहेब आंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने कहा, हम राज्य में बदलाव की राजनीति करने के लिए बाल ठाकरे की जयंती के अवसर पर एक साथ आए हैं। इसके नतीजे आप लोगों को जल्द ही देखने को मिलेंगे।
हाल ही में, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 'द पीपल्स' रिपब्लिकन पार्टी' के अध्यक्ष जोगेंद्र कवाडे के साथ अपनी पार्टी 'बाला साहेबांची शिवसेना' के गठबंधन की घोषणा की थी। कवाडे को महाराष्ट्र के अंबेडकरवादी आंदोलन के उल्लेखनीय कार्यकर्ताओं में से एक माना जाता है। इसके बाद उद्धव ने भी प्रकाश आंबेडकर से हाथ मिलने के लिए कोशिशें तेज कर दीं।
द हिन्दू के मुताबिक वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने रविवार को कहा था कि उन्होंने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ गठबंधन का कभी विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट और वीबीए के बीच प्रस्तावित गठबंधन में शामिल होने के लिए दोनों दलों का स्वागत है।
जब से महाराष्ट्र के वर्तमान मुख्यमंत्री और विद्रोही शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने अपने विद्रोह के साथ सेना को विभाजित किया और ठाकरे की त्रिपक्षीय एमवीए गठबंधन सरकार को गिरा दिया, तब से शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे या यूबीटी) और आंबेडकर के वीबीए के बीच एक प्रस्तावित गठबंधन पर बातचीत चल रही है। निकाय चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है।