loader

राज्यसभा चुनाव: महाराष्ट्र में छठी सीट पर कौन जीतेगा?

महाराष्ट्र में राज्यसभा की 6 सीटों के लिए चुनाव होना है। बीजेपी की तरफ से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, डॉक्टर अनिल बोंडे और धनंजय महाडिक उम्मीदवार हैं जबकि एनसीपी की तरफ से प्रफुल्ल पटेल, शिवसेना की तरफ से संजय राउत और संजय पवार और कांग्रेस की ओर से इमरान प्रतापगढ़ी उम्मीदवार हैं। 

ऐसे में 6 सीटों के लिए 7 उम्मीदवार मैदान में हैं। 

पिछले 22 सालों में यह पहला मौक़ा बना है जब महाराष्ट्र में राज्यसभा का चुनाव हो रहा है। इससे पहले राज्य में जितनी भी बार राज्यसभा का चुनाव हुआ वह निर्विरोध हुआ। 

ताज़ा ख़बरें

लेकिन इस बार बीजेपी के द्वारा तीसरा उम्मीदवार उतारने के चलते मतदान कराना पड़ा है। हालांकि महा विकास आघाडी सरकार के नेताओं ने बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस से मुलाक़ात कर चुनाव को निर्विरोध कराने की अपील की थी लेकिन बीजेपी पीछे नहीं हटी।  

42 वोटों की ज़रूरत 

288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र की विधानसभा में बीजेपी के पास 105 विधायक हैं। जबकि शिवसेना के पास 55, कांग्रेस के पास 44 और एनसीपी के पास 53 विधायक हैं। निर्दलीय और छोटी पार्टियों के कुल 29 विधायक हैं।

महाराष्ट्र में राज्यसभा सांसद को चुनने के लिए 42 वोटों की ज़रूरत है। इस लिहाज से बीजेपी के दो राज्यसभा सांसद तो आराम से चुने जा सकते हैं और इसके बाद कुल 21 वोट उसके पास बचते हैं।
अगर किसी तरह की क्रॉस वोटिंग नहीं होती है तो एक राज्यसभा सांसद चुने जाने के बाद कांग्रेस के पास दो विधायक बचेंगे जबकि एनसीपी के पास 9 (अगर नवाब मलिक और अनिल देशमुख वोट नहीं डाल सके तो) और शिवसेना के पास 13 वोट। इस तरह महा विकास आघाडी सरकार के दलों के पास 24 वोट हो जाएंगे। चार निर्दलीय विधायक ऐसे हैं जो सरकार के साथ हैं और वह भी शिवसेना के समर्थन में वोट करेंगे। ऐसे में कुल विधायकों की संख्या 28 होगी लेकिन उसे अपने दूसरे उम्मीदवार को जिताने के लिए 14 और वोटों की जरूरत पड़ेगी। 
महाराष्ट्र से और खबरें

जबकि बीजेपी को भी 21 वोट चाहिए। इसके लिए निर्दलीय विधायकों और छोटे पार्टियों के विधायकों को अपने पाले में करना होगा। लेकिन बीजेपी भी इन्हें अपने पाले में करने के लिए जोर लगा रही है तभी उसने तीसरे उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारा है। 

देखना होगा कि छठी सीट के घमासान में कौन बाजी मारता है। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें