मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ डिप्टी सीएम अजीत पवार
चिराग पासवान के पांच सांसद, जीतन राम मांझी की पार्टी का एक सांसद, जेडीएस के दो सांसद हैं... फिर भी उन्हें एक-एक कैबिनेट पद मिला। सात लोकसभा सीटें होने के बावजूद, शिवसेना (शिंदे) को केवल एक राज्य मंत्री (एमओएस) क्यों मिला? क्या शिवसेना भाजपा की पुरानी सहयोगी नहीं है? कम से कम उसके लिए तो एक कैबिनेट पद मिलना ही चाहिए था।
श्रीकांत शिंदे ने कहा, ''हमने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि हम बिना शर्त सरकार का समर्थन कर रहे हैं। इस देश को प्रधानमंत्री मोदी जी का नेतृत्व चाहिए। सत्ता के लिए कोई सौदेबाजी या बातचीत नहीं है। हमने एक वैचारिक गठबंधन को बिना शर्त समर्थन दिया है।'' श्रीकांत ने कहा, “हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्र निर्माण के नेक काम को आगे बढ़ाएं। पार्टी, सभी विधायक और सांसद ईमानदारी से एनडीए के प्रति प्रतिबद्ध हैं।''