महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार का दिन तब और बड़े बदलाव का संकेत दे गया जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना यानी मनसे के प्रमुख राज ठाकरे ने आधिकारिक तौर पर 13 साल बाद अपने चचेरे भाई और शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के घर 'मातोश्री' में प्रवेश किया। इससे पहले राज 2012 में तब आधिकारिक तौर पर मातोश्री गए थे जब बाला साहेब ठाकरे का निधन हुआ था। हालाँकि उन्होंने जनवरी 2019 में उद्धव और उनके परिवार को अपने बेटे अमित ठाकरे की शादी में आमंत्रित करने के लिए एक संक्षिप्त यात्रा की थी। बहरहाल, राज की यह मुलाकात उद्धव ठाकरे के 65वें जन्मदिन के अवसर पर हुई। राज ने उद्धव को लाल गुलाब का एक बड़ा गुलदस्ता भेंट किया और गर्मजोशी से गले मिलकर बधाई दी।
राज वर्षों बाद ठाकरे परिवार का सत्ता केंद्र मातोश्री पहुँचे, महाराष्ट्र की राजनीति में नया मोड़!
- महाराष्ट्र
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- 27 Jul, 2025
राज ठाकरे 13 साल बाद ठाकरे परिवार के सत्ता केंद्र 'मातोश्री' पहुँचे हैं। इस मुलाकात से महाराष्ट्र की राजनीति में बदलाव की अटकलें तेज़ हो गई हैं। जानिए, इसके राजनीतिक मायने क्या।

राज 13 साल बाद उद्धव को बधाई देने ठाकरे परिवार का सत्ता केंद्र मातोश्री पहुँचे
मातोश्री ठाकरे परिवार और शिवसेना का प्रतीक रहा है। राज का वहाँ पहुँचना न केवल परिवारिक एकता का प्रतीक है, बल्कि बालासाहेब ठाकरे की विरासत को फिर से जीवंत करने का प्रयास भी है। मातोश्री में राज और उद्धव ठाकरे से मुलाक़ात न केवल एक पारिवारिक पुनर्मिलन है, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़े बदलाव का संकेत भी देता है। यह मुलाकात ठाकरे परिवार की एकता और मराठी अस्मिता की रक्षा के लिए एकजुटता को भी दिखाती है।