ईडी द्वारा गिरफ़्तारी के बाद अदालत कक्ष के अंदर ले जाने से पहले संजय राउत ने मीडिया से कहा, 'यह हमें (पार्टी को) ख़त्म करने की साजिश है।' उद्धव ठाकरे ने भी कहा है कि यह कार्रवाई हमें बर्बाद करने की साज़िश है। उन्होंने कहा, 'जो भी हमारे खिलाफ बोलता है उसका हमें सफाया करना होगा, ऐसी मानसिकता के साथ प्रतिशोध की राजनीति चल रही है।' तो क्या सच में शिवसेना को मिटा देने की कोशिश है और वह इस स्थिति में पहुँच जाएगी?