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महाराष्ट्र उपचुनाव: उद्धव खेमे की जीत, नोटा दूसरे स्थान पर

अंधेरी ईस्ट उपचुनाव में उद्धव ठाकरे गुट की उमीदवार ऋतुजा लटके ने जीत दर्ज की है। उन्होंने काफ़ी ज़्यादा वोटों के अंतर से जीत हासिल की। उनको 66530 वोट मिले, जबकि उनके बाद सबसे ज़्यादा नोटा को वोट (12802) मिला। उम्मीदवारों में दूसरे स्थान पर 1571 वोटों के साथ राजेश त्रिपाठी रहे जो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे।

इस चुनाव में बीजेपी ने अपने उम्मीदवार का नाम वापस ले लिया था। बहरहाल, ऋतुजा लटके ने जीत के बाद कहा कि बीजेपी से किसी भी तरह की सहानुभूति नहीं मिली है। एक रिपोर्ट के अनुसार लटके ने कहा कि चुनाव से पहले उन्होंने सर्वे कराया था और बीजेपी हार रही है यह उन्हें पता था और इसीलिए उन्होंने अपने उम्मीदवार का नामांकन वापस लिया। 

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लटके ने आगे कहा है कि ये मेरी जीत नहीं है, ये जीत मेरे दिवंगत पति रमेश लटके की जीत है। उन्होंने कहा है कि सबसे पहले मैं रमेश लटके के अधूरे विकास कार्य को पूरा करूंगी। उन्होंने यह भी साफ़ किया कि जीत को लेकर किसी भी तरह का जश्न नहीं मनाया जाएगा।

बता दें कि उपचुनाव के लिए नाम वापसी से ऐन पहले महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने घोषणा की थी कि बीजेपी अंधेरी ईस्ट का उपचुनाव नहीं लड़ेगी। उससे पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को चिट्ठी लिखकर नामांकन वापस लेने की गुजारिश की थी। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने भी बीजेपी से इस चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा करने की अपील की थी।

महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा था कि राज्य की कुछ पार्टियों ने महाराष्ट्र की संस्कृति को देखते हुए बीजेपी से अपना उम्मीदवार इस चुनाव में खड़ा नहीं करने की अपील की थी जिसके बाद बीजेपी ने यह फ़ैसला लिया है। 

बीजेपी नेता बावनकुले ने कहा था कि राज ठाकरे ने भी राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को चिट्ठी लिखकर इस चुनाव में शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे की प्रत्याशी ऋतुजा लटके को निर्विरोध जिताने की अपील की थी।

राज ठाकरे ने महाराष्ट्र की संस्कृति और दिवंगत शिवसेना विधायक रमेश लटके से निजी संबंध का हवाला दिया था। राज ठाकरे ने अपनी चिट्ठी में लिखा था कि महाराष्ट्र में किसी विधायक या सांसद की मौत के बाद मृतक के परिजनों को निर्विरोध जिताने का चलन है। लिहाजा रमेश लटके की पत्नी ऋतुजा लटके को भी इस उपचुनाव में निर्विरोध जिताया जाए। 

मुंबई महानगर के अंधेरी में चुनाव जीतना मुंबई में निकाय चुनावों से पहले अहम है। यह पहला चुनाव है जब ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना एक नए नाम - शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के साथ मैदान में उतरी। दशकों में पहली बार, यह एक नए चुनाव चिह्न 'मशाल' के साथ उतरी।
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बिहार, हरियाणा, यूपी व महाराष्ट्र समेत छह राज्यों में उपचुनाव हुए हैं। सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजे गए हैं। उत्तर प्रदेश और हरियाणा की एक-एक सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी ने जीत हासिल की है। यूपी की गोला गोकर्णनाथ सीट पर भाजपा के अमन गिरि ने सपा प्रत्याशी विनय तिवारी को 34,298 वोटों से हराया है। हरियाणा की आदमपुर विधानसभा सीट से भाजपा के भव्य बिश्नोई 16006 वोटों से जीत गए हैं। 

बिहार के उपचुनाव में बीजेपी और आरजेडी का प्रदर्शन फिफ्टी-फिफ्टी रहा। मोकामा और गोपालगंज में मतगणना ख़त्म हो चुकी है और इन दोनों सीटों में से एक पर बीजेपी तो दूसरे पर आरजेडी ने जीत दर्ज की है। मोकामा से राजद उम्मीदवार नीलम देवी ने एक बड़े अंतर से अपने क़रीबी उम्मीदवार बीजेपी की सोनम देवी को हरा दिया है। जबकि गोपालगंज में बीजेपी उम्मीदवार ने आरजेडी के उम्मीदवार को शिकस्त दी।

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क़मर वहीद नक़वी
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